Sunday, February 19, 2012

इंदौर के निकट बेटमा में दो किशोरियों के साथ बलात्कार


तेजी से बड़ते अपराधो में मध्य प्रदेश का नाम उस समय और ज़ख़्मी हो गया जब इंदौर के निकट बेटमा में कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बेटों ने दो किशोरियों के साथ बलात्कार किया और समाज के माथे पर एक गहरा निशाँ छोड़ दिया है , कभी कभी समाज का ये वीभत्स रूप हमें अपने बीच में रहने वाले इन् वहशियों से बताता है की अब ये तेजी से बड़ते शहर और समाज किस तरह एक अलग दुनिया बसा रहे है , जिसमे जान पहचान वाले और अजनबी से लोग कितने खतरनाक हो सकते है , एक और हम इन नेताओं को सिर्फ इसलिए चुनते है की ये हमें संरक्षण देंगे व एक सभ्य समाज का निर्माण करेंगे जिसमे महिला ओ किशोरियां के लिए एक आदर्श प्रस्तुत होगा जैसा की माननिये मुख्या मंत्री महोदय ने विश्वास दिलाया है उनकी कुछ सरकारी योजनाये भी इसी का आभास दिलाती है , किन्तु इस घटना के बाद प्रशाशन से कमजोर तबके के लोगों का सरकार से भरोसा उठ ही जायेगा जहाँ पर इस तरह की वारदात हो जाये , जनता किसे अपना हमदर्द माने जिसे चुना है या जो विपक्ष में बैठे है वे इन्साफ दिलाएंगे ? शायेद कभी नहीं क्योंकि वो सबसे पहले अपने बच्चों ओ सगे सम्बन्धियों को बचायेंगे जिन्होंने ये कुकृत्य किया है /
इस घटना का एक पहलु ये भी है की पीड़ित किशोरियां दो बार इस घटना की शिकार हुई , घटना स्थल पर ही खेतों में मोजूद व्यक्तियों ने उन लडको को खदेडकर उन मासूमों से इस  कुकृत्य को दोबारा अंजाम दिया, जहाँ पर उन लड़कियों को किसी मदद की जरूरत थी वही उन्हें इस वहशियाना हरकत से दोबारा गुजरना पड़ा, अब उन किशोरियों को ये दर्द हमेशा बना रहेगा की बाहर की दुनिया में किसी अनजान से मदद करना बेमानी है ,/
ऐसे समाज में क्या कोई लड़की स्वतंत्र है ये सोचने वाली बात है , क्या किसी लड़की  के परिजन उसे अकेले बाहर जाने देंगे क्या? क्योंकि हेर समय परिजन उनके साथ नहीं रह सकते, ये हम आपको सोचना है और सबसे ज्यादा इन नेताओं को जो हमारे शुभचिंतक बनना चाहते है वेरना अभी इस समाज में ये सब होता रहा तो लोग भी बदले की आग में जलते हुए कानून की धज्जियाँ उड़ा डालेंगे और संभव है की इस तरह की हरकत करने वालो को मार भी डाले, जैसा की कुछ समय पूर्व नागपुर की अदालत में एक गुंडे  अक्कू यादव को मोहल्ले वालों ने सिर्फ इसलिए मार डाला था की उन्हें मालूम था की जेल से छूटकर ये गुंडा फिर मोहल्ले में बदमाशी करेगा सरेआम मोहल्ले वालों की बहूँ बेटियों को छेड़ेगा घेर में जाकर उनकी अस्मत से खेलेगा क्योंकि उसे मालूम है की कानून उसे छोड़ देगा या कुछ समय कारावास में रखेगा, 
कई देशों में इस मामले में अदालत द्वारा अनुकार्निये उदहारण प्रस्तुत किये गए है अब ये हमारी सरकार व अदालत के उपर है की वो क्या करना चाहती है ऐसे और वारदात को अंजाम देना चाहती है या वाकई लड़कियों को उनके हक की आजादी देकर समाज को अपराध मुक्त करना चाहती है 

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